हर successful व्यक्ति में एक quality होती है और वह यह है कि वे खुद पर हमेशा विश्वास करते है. खुद पर भरोसा करना ही आत्म विश्वास ( सेल्फ confidence ) कहलाता है । और यही energy उन्हें हर कदम पर बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है. अगर हमे भी कुछ कर के दिखाना है , कामयाबी हासिल करनी है तो आत्म विश्वास का होना ज़रूरी है । जिसके अंदर आत्मविश्वास नहीं, समझ लो वो इस दुनिया में कुछ भी हासिल नही कर नहीं सकता है. आत्मविश्वास एक ऐसा गुण है जो कोई भी व्यक्ति कुछ आसान तरीके अपना कर खुद में विकसित कर सकता है.
सेल्फ कॉन्फिडेंस कैसे बढ़ाये
1 . अपने लक्ष्यों को छोटे छोटे उद्देश्य में कर लें
चलिए सबसे पहले ये जानते है कि लक्ष्य क्या है और उद्देश्य क्या है मतलब की दोनों में अंतर क्या है । ऐसा मान लीजिए कि आपका लक्ष्य एक चार्टर अकाउंटेंट बनना है । तो आपके छोटे छोटे उदेश्य पहले accounting में जानकारी हासिल करनी है उसके बाद टैक्स की जानकारी इत्यादि के बारे । तो जब एक बार इन छोटे छोटे उद्देश्यों को आप हासिल कर लेते है तो स्वतः ही आपका लक्ष्य प्राप्त ही जाता है । और इसका दूसरा फायदा ये होता है कि जब आप छोटी चीज़ को अचीव करने जावोगे और वो आपको मिल जाएगी तो ऑटोमेटिक आपज सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है।
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2. जिस काम से लगे डर उसे करें बार-बार
हमें अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाना चाहिए, जिस भी कारण से हमे लगता है कि हम कमज़ोर पड़ रहे हैं वो काम ही हमें करना चाहिए यानि ऐसा काम जिससे ज्यादातर हम दूर भागते हैं या घबराते हैं और जिस दिन हमारी कमजोरी हमारी ताकत बन जाए तो हमारा आत्मविश्वाश कभी कम नही होगा. इस कमजोरी को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका यह हैं कि आप उस काम को बार-बार करें जिससे आप घबराते हैं. बार-बार उसे दोहराएँ और यकीन मानिए आपका किसी भी बात को लेकर घबराना खत्म हो जायेगा और आपकी कमजोरी ही आपकी ताकत बन जाएगी.
3. Eye contact
आत्मविश्वास बनाए रखने और घबराहट दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है हमेशा आंखो में आंखें मिलाकर बात करना. जिन लोगों को भी बात करने में घबराहट होती है उन्हें हमेशा दूसरों से eye-contact बनाकर बात करनी चाहिए. इससे आपको ही अपने आप में आत्मविश्वास की वृध्दि महसूस होगी. क्यूंकि सामने जो हैं वो भी एक इन्सान हैं और उनमें भी समझ हैं अगर आप नए हैं तो वह समझेंगे आपकी परेशानी को इसलिए बिना झिझक बात करें खुद आपको अपने आत्मविश्वास की कमी दूर होती नज़र आएगी.
4. अपनों से शुरुवात करें
आत्मविश्वास आपको खुद के लिए ही चाहिए और इसकी शुरुवात भी आपको खुद करनी होगी. आपमें आत्मविश्वास की कमी का कारण कुछ भी हो सकता है, जैसे आप लोगो के बीच बोल नहीं पाते, चाह कर भी खुद को अभिव्यक्त नहीं कर पाते, तो इसके लिए एक और सरल तरीका यह भी हैं कि आप अपने जानने वालों जैसे- घर के सदस्यों और दोस्तों के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं और कोशिश करें की खुल कर बात कर सकें. हो सकता है आपका मजाक भी बनें लेकिन उससे डरे नहीं क्यूंकि आपकी कमियां ही आपके आत्मविश्वास को कमज़ोर करती है और इसके लिए अपनी कमियों को ढूंढे और ख़तम करें. घर के छोटे-छोटे फंक्शन में अपना योगदान दें और अपना 100 प्रतिशत दें इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा.
5. जिम्मेदारी लें
आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए छोटे-छोटे जिम्मेदारियों में भाग लेना शुरू करें. घर, स्कूल, जैसी जगहों पर होने वाली गतिविधियों में ज़िम्मेदारी लें और उसे जोश के साथ पूरा करें ऐसा करने से खुद में ही आपको बदलाव नज़र आएगा और ये बदलाव ही आपके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा. कोई भी काम करने के लिए एक स्ट्रेटेजी बनाये जिसमें कार्य का पूरा ब्यौरा शामिल करें और परिणाम का भी एक अनुमान लगाएं अगर इसी ट्रैक पर काम करेंगे तो आपको सही गलत का अनुभव होगा और इससे आप में आत्मविश्वास आएगा.
6. आँख खोल कर सपने देखे
आप जिस काम के लिए खुद को लेकर दुविधा में है उसे दूर करने के लिए उसे करने की चाह बनाए. जिस भी काम को लेकर आप को डर है की आप उसे करने में समक्ष नहीं हैं उसे करने की कोशिश करें, भ्रम में न रहें. काम करते समय पूरी तरह अपने सपनों के बारे में सोचते हुए आगे बढ़ें, आप खुद ही महसूस करेंगे की आपमें आत्मविश्वास आपके सपने को आगे बढ़ा सकता है, बस ज़रूरत है तो खुद को अपने सपनों के लिए प्रेरित करने की. इससे आपमें सकारात्मक सोच आती हैं जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता हैं .
7. गलती करने से न डरें
बहुत से लोग गलतियां करने से डरते हैं. उन्हें यह पता नहीं होता कि ऐसा करना एक सफल जीवन के लिए बहुत जरूरी है. दुनिया का कोई भी ऐसा सफल इंसान नहीं है जिसने कभी कोई गलती नहीं की हो. गलतियां तो होंगी लेकिन उन गलतियों से सीखना बहुत जरूरी है. यदि आपने अपनी गलतियों से सीखना शुरू कर दिया तो गलतियां आपको डराएगी नहीं और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती के बाद ही अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है. इसलिए घबराएँ नहीं खुद पर पूर्ण विश्वास रखें.
8. फेल होने से न डरें
हमेशा सही परिणाम की कल्पना न करें क्यूंकि ज़रूरी नहीं की आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें आपको एक बार में ही सफलता मिलें, कभी-कभी निराशा भी मिलती हैं पर उसे स्वीकार करें क्यूंकि गलती से ही इंसान सीखता हैं जो नीचे गिरते हैं वो ही बुलंदियाँ छूते हैं इसलिए फेल होने से अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें बल्कि अपनी गलतियों को सुधारें और आगे बढ़ें .
निष्कर्ष
आत्म-विश्वास सभी में होता है बस ज़रूरत है तो अपनी इस क्षमता को पहचानने की. आप भी ऊपर दिए गए इन आसान तरीको को अपनाए और कामयाबी के लिए अपने सेल्फ-कॉन्फिडेंस को बढ़ाएं.